मोना लिसा पेंटिंग दुनिया की रहस्यमयी पेंटिंग -Top 5 Facts About Mona lisa Painting


वैसे तो  इस दुनिया में बहुत सारी Paintings है ,कुछ बेहद सुन्दर वही कुछ बहुत ही ड़रावनी आज हम आपको बताएँगे एक ऐसी ही रहस्यमयी पेंटिंग मोना लिसा के बारे में जिसको आज तक कोई नहीं समंझ  पाया दरअसल यह एक विचारमग्न स्त्री की पेंटिंग है जिसके चेहरे पर हैरतअंगेज मुस्कान है ,इस पेंटिंग को “La Gioconda”  or  La Joconde” नाम से भी जाना जाता है। इस पेंटिंग को "लिओनार्दो दा विंची" द्वारा 1503 से 1506 के बीच बनाया गया था जो देखते ही देखते विश्व प्रसिद्ध हो गयी और दूर-दराज़ से लोग इस पेंटिंग को देखने आने लगे ,और जो भी इस पेंटिंग को देखता वो भी अचंभित हो जाता और सोच में पड़ जाता। दरअसल ये पेंटिंग फ्लोरेंस के एक व्यापारी 'फ़्रांसेस्को देल जियोकॉन्डो' की पत्नी 'लीज़ा घेरार्दिनी' को देखकर बनाई गई है। इस पेंटिंग को बनने में 4 साल का लम्बा वक़्त लगा। अब यह पेंटिंग  फ्रांस के लुवरे Museum में रखी हुई है ,दोस्तों मोनालिसा की असल पेंटिंग केवल 21 इंच लंबी और 30 इंच चौड़ी है।तस्वीर को बचाए रखने के लिए यह एक ख़ास किस्म के शीशे के पीछे रखी गई है जो ना तो चमकता है और ना 
टूटता है।  


Top 5 Facts About Monalisa Painting
Top 5 Facts About Monalisa Painting


Top 5 Facts About Mona lisa Painting

1.सन 1757 में मोना लिसा पेंटिंग को  पेरिस के लूव्रे  Musium में पाया गया ,अब ये पेंटिंग आखिर इस Musium में कैसे पहुँची ,इसका जवाब किसी के पास नहीं है।   

2. न जाने कितने वैज्ञानिकों और इतिहासकारों ने इस पेंटिंग का विश्लेषण किया है और हैरान करने वाली जानकारियां पेश की हैं. लेकिन मोना लिसा की रहस्यमयी मुस्कान का राज अभी तक सही से कोई नहीं बता पाया। 
3. मोनालिसा की पेंटिंग तब और भी ज्यादा प्रसिद्ध हो गयी जब इस पेंटिंग को 1911 में  फ़्रांस के लूव्रे Musium से चुरा लिया गया। दरअसल इस पेंटिंग को जर्मनी के 'Vincenzo Peruggia' नामक व्यक्ति ने चुराया था। 2 साल तक पुलिस इस पेंटिंग को खोजती रही ,और आखिरकार 2 साल बाद चोर को पकड़ लिया गया और इस पेंटिंग को लूव्रे Musium में फिर से रखा गया। और इसे देखने के लिए बहुत सारे लोगो की भीड़ एकत्र हो गयी। 

4. करीब 12 साल पहले जापान में दाँतों के एक डॉक्टर ने यह कह कर सबको हैरत में डाल दिया था कि मोनालिसा की रहस्यमयी मुस्कान का राज उसके ऊपरी जबड़े में आगे के दो दाँतों का टूटा होना है। 
5. दिसम्बर 1986 में अमेरिका के Bell Laboratry में कम्प्यूटर वैज्ञानिक लिलीयन स्वाडज ने अपने Research के आधार पर यह कह कर पूरी दुनिया मेंहड़कंप मचा दिया कि लियनार्डो विंची की सुप्रसिद्ध Painting मोनालिसा किसी रहस्यमय युवती की नहीं बल्कि स्वयं चित्रकार का अपना ही चित्र है। Art and Analytics नामक Magzine में Publish Article में लिलीयन ने दावा किया कि 1518 में लाल चाक से बनें लिनार्डोविंची का आत्मचित्र व मोनालिसा के चित्र को जब उसने पास-पास रखा तो यह देखकर हैरान रह गई कि लियनार्डो तथा मोनालिसा के चेहरे, ऑंखें, गाल, नाक व बालों में अद्भत समानता है। कम्प्यूटर केHelp से जब मोनालिसा के चेहरे के ऊपर लियनार्डो के बाल, दाढ़ी व भवहे लगाकर देखा गया तो वह पूरी तरह लियनार्डो में परिवर्तित हो गई। इसके विपरीत लियनार्डो के चेहरे से यदि दाढ़ी, बाल, मूँछ, भवे आदि हटा दी जाये तो लियनार्डो मोनालिसा में बदल जाते है।

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