Railway Science important questions
Chemistry Important Questions
तापमान बढ़ने से कणो की गतिज ऊर्जा भी बढ़ जाती है।
दो विभिन्न पदार्थो के कणो काअपने आप मिलना विसरण कहलाता है (ऐसा कणो के रिक्त स्थानों में समावेश के कारण होता है )
गर्म करने पर विसरण तेज हो जाता है
द्रव का आकार अनिश्चित( जिस बर्तन में रखा जाये उसी का आकार ले लेते है ) और आयतन निश्चित
ठोस, द्रव और गैस तीनो में विसरण संभव है ( विसरण दर - द्रव > ठोस (क्योकि द्रव रिक्त स्थान ज्यादा ) )
संपीड्यता ( compression ) - गैस > ठोस , द्रव
P = M /V घनत्व = M /V
जिस न्यूनतम ताप पर ठोस पिंघलकार द्रव बन जाता है वह इसका गलनांक कहलाता है ( बर्फ गलनांक 273.15 K )
गैस से सीधे ठोस बनने की प्रक्रिया को निक्षेपण
दाब बढ़ने और तापमान घटने से गैस द्रव में बदल सकती है
ठोस को CO२ को उच्च दाब पर संग्रहित किया जाता है ( जब वायुमंडलीय दाब माप 1 atm हो तो ठोस Co२ द्रव में आये बिना गैस में परिवर्तित )
1atm = 1.01 x 10 ^ 5 Pa
कवथनांक से कम तापमान पर द्रव के वाष्प में परिवर्तित होने की प्रक्रिया वाष्पीकरण कहलाती है
Phase of Matter
5 अवस्था : बोस-आइंस्टाईन कंडन्सेट, ठोस, द्रव, गैस, प्लाज्मा
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Railway exam science important questions |
विलयन(विलायक(ज्यादा मात्रा)+विलेय(कम मात्रा वाला)) : दो या दो से अधिक पदार्थो का समांगी मिश्रण
दिए गए निश्चित ताप पर यदि विलयन में विलेय पदार्थ नहीं घुलता तो उसे संतृप्त विलयन कहते है , यदि एक विलयन में विलेय पदार्थ की सांद्रता संतृप्त स्तर से कम हो तो उसे असंतृप्त विलयन कहते है।
विलायक की मात्रा में घुले हुए विलेय पदार्थ की मात्रा को विलयन की सांद्रता कहते है : ( विलेय /विलयन ) x 100
विषमांगी घोल जो ठोस द्रव में परिक्षेपित हो
जाता है निलंबन कहलाता है। ( ये कण आँखों से देखे जा सकते है मिश्रण शांत होने पर ये कण बैठ जाते है )
Tyandall Effect
प्रकाश की किरण के फैलाना टिंडल प्रभाव कहलाता है
कोलॉयड कण विषमांगी मिश्रण, आकार इतना छोटा की नग्न आँखों से नहीं देखे जा सकते , छानन विधि से अलग नहीं किन्तु अपकेंद्रीकरण(Centrifugal) विधि द्वारा अलग किये जाते है
रंग (डाई ) को नीले/काले रंग की स्याही से कैसे अलग : वाष्पीकरण
काली स्याही में डाई को अलग ( डाई में रंगो का पृथक , नेचुरल रंगो से पिग्मेंट को, रक्त से ड्रग्स को, ) : क्रोमैटोग्राफी
दो घुलनशील पदार्थो को(एसीटोन और जल )[ (पदार्थ जो विघटित हुए बिना उबलते तथा घटक क्वथनांक अंतर अधिक )] : आसवन विधि
दो या दो से अधिक घुलनशील द्र्वो जिनके कवथनांक का अंतर 25 k से कम होता है ( वायु से गैसों ,पेट्रोल उत्पाद ) : प्रभाजी आसवन
ठोस पदार्थो को शुद्ध करने में (अशुद्ध नमूने से शुद्ध कॉपर सल्फेट प्राप्त,अशुद्ध नमूने से फिटकरी प्राप्त {समुद्री नमक }) : क्रस्टलीकरण
दो अघुलनशील द्रव मिश्रण कैसे पृथक (तेल जल , धातुशोधन ): पृथक्करण विधि
अधातु : हाइड्रोजन ,ऑक्सीजन,आयोडीन,कार्बन, ब्रोमीन,क्लोरीन आदि
धातु और अधातु के बीच : Metalloid (बोरॉन , सिलिकॉन ,जर्मेनियम आदि)
92 तत्व प्राकृतिक , 11 तत्व कमरे के तापमान पर गैसे , 2 तत्व द्रव room temp. ( पारा, ब्रोमीन ) .. गैलियम और सीज़ियम कमरे ताप ( 303K ) से कुछ अधिक तापमान पर द्रव
परमाणु त्रिज्या को नैनोमीटर (nm) में मापा जाता है 10^ -9 m = 1 nm , 1 m = 10 ^ 9 nm
डाल्टन द्वारा कुछ तत्वों के प्रतीक
He, Li
पदार्थ की SI इकाई क्या है : मोल : 1 मोल = 6. 022 x 10^23 कण
गोल्डस्टीन ने खोज की : केनाल रे
Atomic Theory
डाल्टन के अनुसार परमाणु अविभाज्य और अविनाशी था लेकिन परमाणु के भीतर 2 मूल कणो इलेक्ट्रान और प्रोटॉन की खोज ने डॉल्टन के परमाणु सिद्धांत की इस धारणा को गलत साबित कर दिया ,
इलेक्ट्रान और प्रोटान परमाणु के भीतर किस प्रकार स्थित होते है इसको लेकर जे जे टामसन ने पहले मॉडल प्रस्तुत किया
i )जे जे टामसन के परमाणु मॉडल के अनुसार परमाणु एक धनावेशित गोला था जिसमे इलेक्ट्रान क्रिसमस केक में लगे सूखे मेवे की तरह थे या तरबूज की तरह है, जिसके अनुसार परमाणु में धन आवेश तरबूज के लाल भाग की तरह बिखरा है जबकि इलेक्ट्रान तरबूज के बीच की तरह धंसे है
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